घर पर खड़ी थी बाइक तो कैसे कटा चालान, जाने क्या है Traffic rule का पूरा माजरा

बिहार के बगहा जिले में यातायात पुलिस द्वारा चलाए जा रहे वाहन चेकिंग अभियान के दौरान एक गंभीर लापरवाही का मामला सामने आया है जिससे निर्दोष नागरिकों को परेशान होना पड़ रहा है। इस घटना में परिवहन विभाग की गलती के कारण किसी और के द्वारा किए गए Traffic rule उल्लंघन का चालान एक निर्दोष व्यक्ति को भेज दिया गया है। यह मामला जगदीशपुर इलाके का है जहाँ अशोक कुमार शुक्ला नामक एक व्यक्ति को गलत चालान भेजा गया।

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घर पर खड़ी थी बाइक तो कैसे कटा चालान, जाने क्या है Traffic rule का पूरा माजरा

क्या है पूरा मामला?

लौरिया थाना क्षेत्र के कंधवलिया गांव के निवासी अशोक कुमार शुक्ला को अचानक एक चालान प्राप्त हुआ जिसमें उनकी गाड़ी का रजिस्ट्रेशन नंबर BR 22 AB 2887 दर्ज था। चालान के मुताबिक यह गाड़ी जगदीशपुर में ट्रैफिक पुलिस द्वारा चेकिंग के दौरान रोकी गई थी और उसका चालक बिना ड्राइविंग लाइसेंस के पाया गया था। इस कारण अशोक कुमार शुक्ला के मोबाइल पर 1000 रुपए का चालान जमा करने का ऑनलाइन नोटिस भेजा गया।

हालांकि अशोक कुमार शुक्ला की गाड़ी उस समय उनके घर पर खड़ी थी और चालान में दिखाई गई गाड़ी की तस्वीर किसी और की थी। असल में ट्रैफिक पुलिस ने रजिस्ट्रेशन नंबर में सिर्फ एक अंक का बदलाव कर दिया जिसके कारण यह चालान BR 22 BA 2887 गाड़ी की बजाय BR 22 AB 2887 के मालिक को भेज दिया गया।

शिकायत दर्ज कराई गई

अशोक कुमार शुक्ला ने इस गलत चालान को लेकर परिवहन विभाग में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह गलती उनकी नहीं है और वे ट्रैफिक पुलिस की इस लापरवाही से बेहद परेशान हैं। उन्होंने यह भी बताया कि उनकी गाड़ी चेकिंग के वक्त घर पर थी फिर भी उन्हें चालान भेजा गया जो साफ तौर पर विभाग की गलती को दर्शाता है।

परिवहन विभाग की लापरवाही

यह घटना परिवहन विभाग और ट्रैफिक पुलिस के कामकाज में गंभीर लापरवाही को उजागर करती है। ऑनलाइन डेटा एंट्री में एक छोटी सी गलती ने एक निर्दोष व्यक्ति को आर्थिक और मानसिक परेशानी में डाल दिया। इस तरह की घटनाएं न केवल नागरिकों के प्रति प्रशासन की असंवेदनशीलता को दिखाती हैं, बल्कि लोगों के प्रति उनकी जिम्मेदारी पर भी सवाल खड़े करती हैं।

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