Bihar New Exam Rules 2025: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) ने 2025 के लिए मैट्रिक और इंटर की परीक्षा पैटर्न में बड़ा बदलाव किया है। इस साल लगभग 30 लाख विद्यार्थी परीक्षा में शामिल होंगे, जिनमें से 17 लाख मैट्रिक की और 13 लाख इंटर की परीक्षा देंगे। इन बदलावों का उद्देश्य परीक्षा प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और नकल-मुक्त बनाना है।
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ऑनलाइन परीक्षा का नया प्रावधान
इस साल से बिहार बोर्ड के पास ऑनलाइन परीक्षा लेने का अधिकार भी आ गया है। हालांकि, यह ऑनलाइन परीक्षा घर से नहीं बल्कि परीक्षा केंद्र पर ही आयोजित की जाएगी। इससे परीक्षा की पारदर्शिता और ईमानदारी बढ़ाने की उम्मीद है। इस साल मैट्रिक और इंटर की परीक्षाएं ऑफलाइन ही आयोजित की जाएंगी, इसलिए छात्रों को ज्यादा चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है।
परीक्षा तिथियां और सुरक्षा प्रबंध
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इंटरमीडिएट वार्षिक परीक्षा 2025 3 फरवरी से शुरू होगी, जबकि मैट्रिक की परीक्षा 17 फरवरी से प्रारंभ होगी। परीक्षा केंद्रों पर नकल रोकने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। किसी भी विद्यार्थी द्वारा इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का प्रयोग या परीक्षा केंद्र में ले जाना निषिद्ध रहेगा, और ऐसे मामलों में कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।
नया परीक्षा पैटर्न
बिहार बोर्ड ने मैट्रिक और इंटर के प्रश्न पत्र के पैटर्न में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं:
- वैकल्पिक प्रश्न: इस साल परीक्षा में 50% वैकल्पिक प्रश्न होंगे। यह निर्णय विद्यार्थियों को परीक्षा में बेहतर तैयारी और संतुलित उत्तर लिखने में सहायता करेगा।
- प्रश्न पत्र के खंड: प्रश्न पत्र दो खंडों में विभाजित होगा:
खंड A: वस्तुनिष्ठ प्रश्नों (MCQs) का हिस्सा, जिसमें 50% वैकल्पिक प्रश्न होंगे।
खंड B: लघु उत्तरीय और दीर्घ उत्तरीय प्रश्न, जिसमें कुछ प्रश्न वैकल्पिक होंगे।
विषयों में विशेषताएं:
हिंदी और अंग्रेजी: इन विषयों में पहले खंड में 100 वस्तुनिष्ठ प्रश्न होंगे, जिसमें से 50 प्रश्नों के उत्तर देने होंगे। दूसरे खंड में 30 लघु उत्तरीय और 8 दीर्घ उत्तरीय प्रश्न होंगे।
विज्ञान और सामाजिक विज्ञान: इन विषयों में 20 अंकों का प्रैक्टिकल होता है। वस्तुनिष्ठ प्रश्नों की संख्या 80 होगी, जिसमें से 40 प्रश्नों के उत्तर ओएमआर शीट पर देने होंगे। खंड B में 30 लघु उत्तरीय और 8 दीर्घ उत्तरीय प्रश्न होंगे, जिनमें 50% प्रश्न वैकल्पिक होंगे।
रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान, भौतिक विज्ञान और भूगोल: इन विषयों में 30 अंकों का प्रैक्टिकल होता है। पहले खंड में 35 वस्तुनिष्ठ प्रश्न होंगे, और 70 प्रश्न पूछे जाएंगे। इसके अलावा, 20 लघु उत्तरीय और 10 दीर्घ उत्तरीय प्रश्न होंगे, जिनमें से 10 लघु उत्तरीय और 5 दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों का उत्तर देना होगा।
उत्तर देने की सलाह
बिहार बोर्ड ने छात्रों को सलाह दी है कि वे प्रश्न पत्र में दिए गए शब्द सीमा के अनुसार ही उत्तर दें और अपने शब्दों में लिखें। नकल से बचने के लिए, अपनी खुद की भाषा का प्रयोग करें और निर्धारित संख्या में प्रश्नों का ही उत्तर दें। अधिक प्रश्नों के उत्तर देने से केवल समय की बर्बादी होगी।
ये बदलाव परीक्षा प्रणाली को अधिक न्यायसंगत और पारदर्शी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं। छात्रों को नए पैटर्न के अनुसार अच्छी तरह से तैयारी करनी चाहिए ताकि वे परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त कर सकें।
निष्कर्ष:-
बिहार बोर्ड का नया परीक्षा पैटर्न 2025 विद्यार्थियों को अधिक पारदर्शी और नकल-मुक्त परीक्षा का अवसर प्रदान करेगा। ऑनलाइन परीक्षा का विकल्प और संशोधित प्रश्न पत्र की संरचना से परीक्षा की प्रक्रिया में सुधार होगा। छात्रों को इस बदलाव को स्वीकार कर अपनी तैयारी को नए तरीके से समायोजित करना होगा ताकि वे बेहतर परिणाम प्राप्त कर सकें।
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