Second hand car खरीदने से पहले नही जाना तो होगा बड़ा नुकसान, जानकर नज़र होगी पैनी

अगर आप नई कार की बजाय Second hand car खरीदने पर विचार कर रहे हैं तो आपको इस निर्णय के फायदे और नुकसान के बारे में पूरी जानकारी होना आवश्यक है। सेकंड हैंड कार खरीदने से जुड़ी कई बातें हैं जो आपके बजट और जरूरतों पर प्रभाव डाल सकती हैं। इस लेख में हम सेकंड हैंड कार खरीदने के प्रमुख लाभ और हानियों पर विस्तृत रूप से चर्चा करेंगे।

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सेकंड हैंड कार खरीदने के फायदे

  • कम लागत सेकंड हैंड कार की सबसे बड़ी विशेषता इसकी किफ़ायती कीमत होती है। नई कार की तुलना में पुरानी कार की कीमत अक्सर आधी होती है जिससे आपके बजट पर कम दबाव पड़ता है।
  • कम टैक्स और रजिस्ट्रेशन शुल्क नई कार खरीदते समय आपको रजिस्ट्रेशन रोड टैक्स और अन्य सेस जैसे खर्चों का सामना करना पड़ता है। वहीं सेकंड हैंड कार पर केवल रजिस्ट्रेशन ट्रांसफर का शुल्क ही देना पड़ता है।
  • मानसिक शांति नई कार के मुकाबले पुरानी कार पर स्क्रैच और धक्कों की चिंता कम होती है। आपको नई कार के जैसे हर छोटी-छोटी चीज़ पर ध्यान नहीं देना पड़ता।
  • ड्राइविंग प्रैक्टिस अगर आप ड्राइविंग में नए हैं और गलती से कार को नुकसान पहुंचाते हैं तो सेकंड हैंड कार में इसका असर कम होता है। इससे आपकी ड्राइविंग स्किल्स बेहतर हो सकती हैं।
  • अच्छी रिसेल वैल्यू अगर आपने अपनी सेकंड हैंड कार को अच्छे से मेंटेन किया है तो आप इसे भविष्य में अच्छे दाम पर बेच सकते हैं।

सेकंड हैंड कार खरीदने के नुकसान

  • वृद्धि हुआ रखरखाव खर्च पुरानी कारों की मरम्मत और रखरखाव की लागत नई कारों की तुलना में अधिक हो सकती है। पुराने पार्ट्स की रिपेयरिंग और बदलवाने में अतिरिक्त खर्च हो सकता है।
  • सीट बेल्ट और एयरबैग की कमी नई कारों में सुरक्षा फीचर्स जैसे एयरबैग और एडवांस ब्रेकिंग सिस्टम होते हैं जो पुरानी कारों में कम या बिल्कुल नहीं होते। यह सुरक्षा की दृष्टि से एक महत्वपूर्ण पहलू है।
  • फाइनेंसिंग की कठिनाइयां पुरानी कारों पर लोन मिलने में समस्याएं आ सकती हैं। फाइनेंस कंपनियां पुरानी कारों पर अधिक ब्याज चार्ज कर सकती हैं और लोन की राशि भी सीमित हो सकती है।
  • ओडोमीटर में छेड़छाड़ सेकंड हैंड कारों के ओडोमीटर के साथ छेड़छाड़ की संभावना रहती है जिससे यह पता लगाना मुश्किल हो सकता है कि कार ने कितनी दूरी तय की है।
  • कम माइलेज पुरानी कारें नई कारों की तुलना में कम माइलेज देती हैं। यदि कार को ठीक से मेंटेन नहीं किया गया है तो इसका माइलेज और भी कम हो सकता है।

निष्कर्ष:-

सेकंड हैंड कार खरीदना फायदे और नुकसान दोनों के साथ आता है। यदि आपका बजट सीमित है और आप एक अच्छी स्थिति में सेकंड हैंड कार खरीद सकते हैं तो यह एक स्मार्ट विकल्प हो सकता है। हालांकि आपको कार के मेनटेनेंस सुरक्षा फीचर्स और फाइनेंसिंग के पहलुओं पर ध्यान देना होगा। इन बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए आप एक सूझ-बूझ निर्णय ले सकते हैं और अपनी खरीदारी को लेकर आत्मविश्वास से भरे रह सकते हैं।

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