बेहद आसानी से जाने चांद पर जीवन क्यों नहीं है? | Why is there no life on the moon?

Why is there no life on the moon: चांद हमेशा से इंसानों के लिए आकर्षण और जिज्ञासा का केंद्र रहा है। प्राचीन समय से ही लोग इसे रहस्यमयी मानते रहे हैं और इसके बारे में जानने की कोशिश करते रहे हैं। 1969 में जब इंसान ने पहली बार चांद पर कदम रखा, तब से इसे और करीब से समझने की होड़ शुरू हो गई। कई देशों ने चांद पर शोध और अन्वेषण किए, लेकिन एक सवाल हमेशा लोगों के मन में रहता है – क्या चांद पर जीवन संभव है?

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बेहद आसानी से जाने चांद पर जीवन क्यों नहीं है? | Why is there no life on the moon?

हालांकि चांद धरती का सबसे नजदीकी खगोलीय पिंड है, फिर भी वहां जीवन के लिए जरूरी कई तत्वों की कमी है। वैज्ञानिकों ने वर्षों के शोध के बाद यह निष्कर्ष निकाला कि वहां इंसान या किसी भी जीव का जीवित रहना बहुत मुश्किल है। आइए सरल और विस्तृत तरीके से समझते हैं कि आखिर क्यों चांद पर जीवन संभव नहीं है।

  1. वातावरण (Atmosphere) का अभाव

जीवन के लिए वातावरण का होना बेहद जरूरी है। वातावरण न केवल सांस लेने के लिए ऑक्सीजन प्रदान करता है, बल्कि जीवों को सूरज की खतरनाक किरणों से भी बचाता है। लेकिन चांद पर कोई भी स्थायी वायुमंडल नहीं है। हवा और ऑक्सीजन के न होने की वजह से वहां इंसान या कोई भी जीव लंबे समय तक जीवित नहीं रह सकता।

  1. पानी की कमी

पानी हर प्रकार के जीवन के लिए अनिवार्य है, लेकिन चांद पर पानी लगभग न के बराबर है। कुछ जगहों पर बर्फ के रूप में पानी के निशान जरूर मिले हैं, लेकिन वह भी बहुत गहराई में दबा हुआ है। इस सीमित मात्रा के कारण, किसी भी जीव के पनपने या खेती करने की संभावनाएं खत्म हो जाती हैं। बिना पानी के न तो इंसान रह सकता है और न ही वहां कोई पारिस्थितिक तंत्र (ecosystem) बन सकता है।

  1. तापमान में अत्यधिक बदलाव

चांद पर दिन और रात के बीच तापमान में बेहद बड़ा अंतर होता है।
दिन में तापमान: 100°C तक पहुंच जाता है।
रात में तापमान: -170°C तक गिर जाता है।

इतने अधिक तापमान बदलाव में किसी भी जीव का जीवित रहना लगभग असंभव है। इस तरह का तापमान हमारी धरती पर कहीं भी नहीं पाया जाता, इसलिए इंसान के लिए वहां रहना बहुत चुनौतीपूर्ण है।

  1. ऑक्सीजन और हवा की कमी

जीवन के लिए सबसे जरूरी चीजों में से एक है ऑक्सीजन, लेकिन चांद पर ऑक्सीजन का बिल्कुल अभाव है। चूंकि हवा भी नहीं है, इसलिए किसी भी जीवित प्राणी के लिए वहां सांस लेना संभव नहीं है। इसी वजह से वैज्ञानिक जब भी चांद पर जाते हैं, उन्हें स्पेससूट पहनना पड़ता है, जिसमें ऑक्सीजन की आपूर्ति होती है।

  1. मजबूत विकिरण (Radiation)

धरती का वातावरण हमें सूरज की खतरनाक विकिरणों से बचाता है, लेकिन चांद पर ऐसा कोई सुरक्षा कवच नहीं है। सूरज की सीधी विकिरणें वहां इतनी तेज होती हैं कि किसी भी जीव का लंबे समय तक रहना घातक साबित हो सकता है। यह विकिरण न केवल स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है, बल्कि इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों पर भी बुरा असर डालती है।

  1. मिट्टी में पोषक तत्वों की कमी

धरती पर पौधे और पेड़ पोषक तत्वों से भरपूर मिट्टी में उगते हैं। लेकिन चांद की मिट्टी में वे जरूरी तत्व नहीं हैं, जो पौधों की वृद्धि के लिए आवश्यक होते हैं। इसके कारण न तो वहां खेती संभव है और न ही पेड़-पौधे पनप सकते हैं। पौधे न होने से वहां कोई पारिस्थितिकी तंत्र भी नहीं बन सकता।

चांद पर जीवन से जुड़े इन तथ्यों को समझने के बाद यह साफ हो जाता है कि धरती के अलावा जीवन के लिए कोई भी ग्रह या पिंड अभी तक अनुकूल नहीं है। हमें अपनी धरती की रक्षा और देखभाल करनी चाहिए, क्योंकि फिलहाल यही हमारा असली घर है।

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